Hello friends Aaj aapke liye mai lekar aaya hun Amazing Fact
मुंबई-अहमदाबाद के बीच में चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन भूकंप, आग और दुर्घटना के खतरों से पूरी तरह से सुरक्षित होगी। बुलेट ट्रेन के सुरक्षित परिचालन का पुख्ता इंतजाम जापान की तकनीक शिनकानसेन की मदद से किया जाएगा। इतना ही नहीं बुलेट ट्रेन में बारिश, वायु की रफ्तार और भूकंप नापने के यंत्र लगे होंगे। दावा किया जा रहा है कि बुलेट ट्रेन का सफर हवाई जहाज यह सफर से अधिक सुरक्षित होगा।
हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना के प्रवक्ता धनंजय कुमार ने ‘हिन्दुस्तान’ को बताया कि जापान में बुलेट ट्रेन सुरक्षित दौड़ रही है। पिछले 50 साल से आज तक कोई दुर्घटना नहीं हुई है। यह जापान की तकनीक शिनकानसेन की मदद से संभव हुआ है। हाई स्पीड रेल कॉरिडोर में शिनकानसेन कई तकनीकियों को परियोजना में शामिल किया गया है। हाई स्पीड कॉरिडोर में एडवांस टक्कररोधी मापक यंत्र लगाए जाएंगे। किसी अवरोध आने पर ट्रेन तुरंत रुक जाएगी।
मुंबई-अहमदाबाद के बीच में चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन भूकंप, आग और दुर्घटना के खतरों से पूरी तरह से सुरक्षित होगी। बुलेट ट्रेन के सुरक्षित परिचालन का पुख्ता इंतजाम जापान की तकनीक शिनकानसेन की मदद से किया जाएगा। इतना ही नहीं बुलेट ट्रेन में बारिश, वायु की रफ्तार और भूकंप नापने के यंत्र लगे होंगे। दावा किया जा रहा है कि बुलेट ट्रेन का सफर हवाई जहाज यह सफर से अधिक सुरक्षित होगा।
हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना के प्रवक्ता धनंजय कुमार ने ‘हिन्दुस्तान’ को बताया कि जापान में बुलेट ट्रेन सुरक्षित दौड़ रही है। पिछले 50 साल से आज तक कोई दुर्घटना नहीं हुई है। यह जापान की तकनीक शिनकानसेन की मदद से संभव हुआ है। हाई स्पीड रेल कॉरिडोर में शिनकानसेन कई तकनीकियों को परियोजना में शामिल किया गया है। हाई स्पीड कॉरिडोर में एडवांस टक्कररोधी मापक यंत्र लगाए जाएंगे। किसी अवरोध आने पर ट्रेन तुरंत रुक जाएगी।
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